मोदी मंत्रिमंडल का प्रथम विस्तार आज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने त्रिस्तरीय मंत्रिमंडलका आज प्रथम विस्तार किया हैं। दोपहर 1.30 बजे राष्ट्रपति भवन स्थित दरबार हॉल हुए शपथ ग्रहण समारोह से पूर्व मोदी सभी संभावित मंत्री, प्र मं निवास पहुंचें और प्रात: 9.30 बजे चाय के मध्य इन नेताओं से चर्चा हुई। कुछ मंत्रियों पर काम के दबाव को कम करने हेतु मंत्रिमंडल में नए चेहरों को शामिल किया जा रहा है।
लोकसभा चुनाव में भाजपा की ऐतिहासिक विजय के नायक प्रधानमंत्री पद पर आसीन हुए मोदी के भाजपा नीत मई में गठित 46 सदस्यीय मंत्रि मंडल में गोपी नाथ मूंडे के सड़क दुर्घटना में स्वर्गवास पर संख्या 45 रह गई थी। मंत्रिमंडल के प्रथम विस्तार तथा पुनर्गठन में 16 नए चेहरे शामिल किये गए हैं। 24 नवंबर को संसद का शीतकालीन सत्र आरम्भ होने से पूर्व विस्तार किया जा रहा है, जिससे नए मंत्रियों को मंत्रालय की कायर्शैली समझने का समय मिल सके।
मोदी सरकार में कुल 22 कैबिनेट मंत्री तथा 22 राज्य मंत्री हैं, जिनमें से कुछ स्वतंत्र प्रभार वाले मंत्री हैं। कई वर्तमान में छ: मंत्री एक से अधिक मंत्रालयों का दायित्व संभाल रहे हैं।
मोदी मंत्रिमंडल के 21 नए मंत्रियों में चार कबीना, तीन स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री और 14 राज्य मंत्री बनाए गए। इसके साथ ही मोदी मंत्रिमंडल में कुल 66 मंत्री हो गए हैं। नए 21 मंत्रियों के नाम इस प्रकार है :
कबीना-मनोहर पर्रिकर मुख्यमंत्री गोवा, जे.पी.नड्डा (हिमाचल प्रदेश), पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु तथा चौधरी बीरेंद्र सिंह।स्वतंत्र प्रभार- तेलंगाना से बंगारू दत्तात्रेय, एवं उत्तर प्रदेश से राजीव प्रताप रूडी तथा महेश शर्मा।
14 राज्य मंत्री - मुख्तार अब्बास नकवी, रामशंकर कथेरिया, व साध्वी निरंजन ज्योति (उत्तर प्रदेश), पाटलीपुत्र से राम कृपाल यादव व गिरिराज सिंह (बिहार), हरिभाई पार्थीभाई चौधरी, व मोहनभाई कुंदेरिया (गुजरात), जयंत सिन्हा (झारखंड), ओलंपिक पदक विजेता राजवर्धन सिंह राठौर तथा सांवर लाल जाट (राजस्थान) महाराष्ट्र के चंद्रपुर के सांसद हंसराज गंगाराम अहीर, विजय सांपला (पंजाब), गायक बाबुल सुप्रियो, तथा वाई एस चौधरी व्यवसायी, तेलुगू देशमपार्टी (टीडीपी) से राज्यसभा सांसद और मुख्यमंत्री एन.चंद्रबाबू नायडू के विश्वस्त माने जाते हैं।
29 अगस्त क़ो कांग्रेस छोड़ भाजपा में आये, चौधरी बीरेंद्र सिंह (हरियाणा) ग्रामीण विकास मंत्री बनाए जा सकते हैं।शिवसेना से आज ही भाजपा में प्रविष्ट, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु, अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली राजग सरकार में अपने कार्य से ख्याति अर्जित कर चुके, संभावित रेल मंत्री।गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने शनिवार को त्यागपत्र दे दिया और उन्हें मोदी सरकार में रक्षा मंत्री बनाए जाने की संभावना हैं। भाजपा सूत्रों ने कहा कि पर्रिकर को उत्तर प्रदेश से राज्यसभा भेजा जा सकता है। सुरेश प्रभु को संभवत: सौंपा जा सकता है।
दत्तात्रेय सिकंदराबाद तेलंगाना से एकमात्र सांसद तथा भाजपा के उपाध्यक्ष हैं।
मोदी ने पहले ही कह रखा है कि उनकी सरकार का मंत्र न्यूनतम सरकार, अधिकतम शासन है, इसलिए मंत्रिमंडल के बड़ा होने की संभावना न के बराबर है।
पूरा परिवेश पश्चिम की भेंट चढ़ गया है |
उसे संस्कारित, योग, आयुर्वेद का
अनुसरण कर हम अपने जीवन को
उचित शैली में ढाल सकते हैं |
आओ मिलकर इसे बनायें; - तिलक