Tuesday, March 30, 2010
श्री हनुमान जयंती की हार्दिक बधाई व शुभ कामनाएं, सबकी बिगड़ी बनाते, संजीवनी न मिले तो पहाड़ ही ले आते,लंका जलाके भी श्री राम के दास कहाते, पवनपुत्र बजरंग बलि की जय ! कभी विश्व गुरु रहे भारत की धर्म संस्कृति की पताका,विश्व के कल्याण हेतू पुनः नभ में फहराये!- तिलकपूरा परिवेश पश्चिमकी भेंट चढ़ गया है.उसे संस्कारित,योग,आयुर्वेद का अनुसरण कर हम अपने जीवनको उचित शैली में ढाल सकते हैं! आओ मिलकर इसे बनायें- तिलक
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