स्वदेशी का भाव जगाएं। देश बचाएं!!
आप कितने देश भक्त हैं, स्वयं जान सकते हैं। यहाँ देखें :-
१ क्या आप विदेशी बैंक के क्रेडिट या डेबिट कार्ड का उपयोग करते हैं ?
२ क्या आप हिंदुस्तान लीवर / पेप्सी का सामान उपयोग में लाते हैं ?
३ क्या आप मोबाइल सेवा प्रदाता Vodafone या किसी अन्य विदेशी कंपनी की सेवा लेते है ?
४ क्या आप सस्ते के चक्कर में चीनी सामान खरीदते हो ?
५ क्या आप मैगी जैसे खाद्य कबाड़ विदेशी कं. की ब्रितान्निया ब्रेड खाते हो ?
६ क्या आपका साबुन शम्पू, शेविंग क्रीम भी विदेशी है ?
७ क्या आप विदेशी आइसक्रीम कैडबरी या नेस्ले की चाकलेट खाते हो ?
८ क्या आप अंग्रेजी भाषा में गर्व का अनुभव करते हो ?
९ भारत की महानता गर्व का या उपहास का विषय है ?
१० क्या आप लूट व आतंक में दलाली चाहेंगे या बदला ?
फिर आपकी जीवनशैली दर्पण है, आप कैसे देशभक्त हो !
क्या अब भी संभल सकते हैं... ?? जागते रहो, जगाते रहो।।
इस देश को विदेशी कंपनियो की लूट से बचाने के २ ही मार्ग हैं :-
1) सरकार देना प्रोत्साहन बंद करे, या 2) उपभोक्ता सामान लेना बंद करे ?
हमारी सरकार की नीतियां आप सब जानते है, अपना कर्त्तव्य भी आप जान गए। तब देर कैसी ? स्वयं ही इनका उपभोग बंद कर दे व इन्हें देश से भगाए। अंत में एक आवश्यक देसी बात:
1) विज्ञापनों से गुणवत्ता मत नापिए....विज्ञापन का खर्च महंगा सामान लेकर आप ही चुकाते हैं।
2) क्या आप, विज्ञापनों में ये 2 नं का पैसा खर्च करने या 2 नं के काम में लगाने वाले का साथ कभी देना चाहेंगे और क्यूँ ?
जैसा लेखन मेरा 1999 तक अंग्रेजी में था, आज 12 वर्ष से राजभाषा हिंदी में कार्य करने में गर्व का अनुभव होता है। मेरे पास Vodafone जन.से मई तक था, तब तक यह तथ्य जानता न था । क्या आप भी यह कर सकते हैं ? अनजाने में क्या गलत करते रहे; जानकर त्यागने में देर न लगायें। स्वदेशी का भाव जगाएं।
गुणवत्ता विज्ञापन में नहीं अपनेपन में होती है। तथा सच्चा अपनापन विदेशी में या देसी में होता है ?
आइयें, इस के लिये संकल्प लें: भ्रम के जाल को तोड़, अज्ञान के अंधकार को मिटा कर, ज्ञान का प्रकाश फेलाएं। आइये, शर्मनिरपेक्ष मैकालेवादी बिकाऊ मीडिया द्वारा समाज को भटकने से रोकें; जागते रहो, जगाते रहो।।
पत्रकारिता व्यवसाय नहीं एक मिशन है -इस देश को लुटने से बचाने तथा बिकाऊ मेकालेवादी, मीडिया का एक मात्र सार्थक, व्यापक, विकल्प -राष्ट्र वादी मीडिया |अँधेरे के साम्राज्य से बाहर का एक मार्ग...remain connected to -युगदर्पण मीडिया समूह YDMS. तिलक रेलन 9911111611 ... yugdarpan.com
पूरा परिवेश पश्चिम की भेंट चढ़ गया है |
उसे संस्कारित, योग, आयुर्वेद का
अनुसरण कर
हम अपने जीवन को
उचित शैली में ढाल सकते हैं |
आओ मिलकर इसे बनायें; - तिलक
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