पूरा परिवेश पश्चिमकी भेंट चढ़ गया है.उसे संस्कारित,योग,आयुर्वेद का अनुसरण कर हम अपने जीवनको उचित शैली में ढाल सकते हैं! आओ मिलकर इसे बनायें- तिलक
Friday, April 9, 2010
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
सुखसुविधा की खोजमें भागदौड़ ने हमारे जीवनसे स्वस्थ व शांति को छीन हमें विचलित कर दिया। तन,मन व वातावरण सहित पूरा परिवेश पश्चिमकी भेंट चढ़ गया है। उसे सही मार्ग पर लाने हेतु खानपान, रहनसहन, रीतिरिवाज़ सहित संस्कारित करने हेतु तत्त्वज्ञान, वास्तु,योग, आयुर्वेद का अनुसरण कर हम अपने जीवनको उचित शैली में ढाल सकते हैं। यदि आप इस विषयमें विशेष योग्यता रखते है, लिखें, निस्संकोच ब्लॉग पर टिप्पणी/अनुसरण/निशुल्क सदस्यता व yugdarpan पर इमेल/चैट करें,संपर्कसूत्र-तिलक संपादक युगदर्पण 07838468776, 9999777358.
राजपथ से योगपथ, भोग भ्रष्टाचार नहीं, योग अब पहचान पसूका द्वारा ट्वीट किया गया चित्र -युगदर्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अंतरराष्ट्री...
Samachaaaron ke vedios ke liye yahaan click karen :-
No comments:
Post a Comment